बिहार की पुर्व मुख्यमंत्री:- भोला पासवान शास्त्री कि जयंती पर सीयम ने किया नमन।
- बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री भोला पासवान शास्त्री की कहानी
- बीमार हुये तो दवा के पैसे नहीं.
- मौत आई तो कफन के लिए रकम नहीं!
- तीन बार बने बिहार के मुख्यमंत्री
- कांग्रेस से की थी अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत
- कभी भी नहीं बने दलबदलू नेता
- बिहार के प्रथम दलित मुख्यमंत्री बनकर रचा इतिहास
सीएम के साथ-साथ महान राजनीतिज्ञ थे भोला पासवान:पूर्व मुख्यमंत्री भोला पासवान शास्त्री का जन्म 21 सितंबर 1914 को पूर्णिया जिले के बैरगाछी गांव में एक निर्धन दलित परिवार में हुआ था।
अखंड बिहार का तीन बार नेतृत्व करने वाले पूर्व मुख्यमंत्री भोला पासवान शास्त्री का जन्म 21 सितंबर 1914 को पूर्णिया जिले के बैरगाछी गांव में एक निर्धन दलित परिवार में हुआ था।
केकेएम कॉलेज के स्नातकोत्तर अर्थशास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष डा गौरी शंकर पासवान ने कहा कि भोला पासवान शास्त्री भारतवर्ष के दूसरे दलित मुख्यमंत्री थे। पेड़ के नीचे बैठक बुलाना, झोपड़ी में रहना, साइकिल से गांव जाना इनकी पहचान और विशिष्टता रही है।उन्होंने कहा कि बी.पी.शास्त्री को बिहार का हो-ची-मिन्ह कहा जाता है। अनुसूचित जाति जनजाति कर्मचारी संघ के सचिव नंद किशोर पासवान के बिहार प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री भोला पासवान शास्त्री महान राजनीतिज्ञ थे।